HOLI 2022: इस होली घर पर बनाएं आलू की कचौड़ी

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भारत में आप मूल रूप से एक त्योहार के बाद दूसरे त्योहार का आना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। उपमहाद्वीप को अक्सर त्योहारों और मेलों की भूमि के रूप में भी जाना जाता है। बसंत पंचमी और महाशिवरात्रि के बाद, हम सबसे बड़े भारतीय त्योहारों में से एक होली की तैयारी कर रहे हैं। इस साल होली 18 मार्च, शुक्रवार को मनाई जाएगी। रंगों का त्योहार वसंत ऋतु के ठीक बीच में आता है और पूरे देश में असंख्य तरीकों से मनाया जाता है, उदाहरण के लिए, ब्रज की लठ मार होली, या बंगाल की डोल होली। हर क्षेत्र ने उत्सव को अपना स्थानीय स्पर्श दिया है। जैसे, हर भारतीय त्योहार होली भी पारंपरिक व्यंजनों के बिना अधूरा है।  

होली का इतिहास

होली की जड़ें हिंदू पौराणिक कथाओं में गहरी हैं और हिरण्यकश्यप, राक्षस राजा और उनके पवित्र पुत्र प्रह्लाद की कहानी से उत्पन्न होती हैं। पिता-पुत्र की जोड़ी ने अच्छे और बुरे का प्रतिनिधित्व किया, जो एक इंसान के दो ध्रुवीय विरोधी हैं। प्रह्लाद विष्णु का उपासक था, जिससे हिरण्यकश्यप चिढ़ गया था।

उसने अपनी बहन होलिका की मदद से प्रह्लाद को भस्म करने का फैसला किया, जो आग से प्रतिरक्षित थी। जैसे ही होलिका प्रह्लाद के साथ आग में बैठी, आग प्रह्लाद को प्रभावित नहीं कर सकी लेकिन, होलिका आग की लपटों में घिर गई। होली, दुष्ट होलिका और हिरण्यकश्यप पर विष्णु के उपासक की इस जीत का महिमामंडन करती है।

होली में रंगों का महत्व

होली को भारत के सबसे प्रतिष्ठित और मनाए जाने वाले त्योहारों में से एक माना जाता है और यह देश के लगभग हर हिस्से में मनाई जाती है। इसे कभी-कभी प्यार का त्योहार भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन लोग एक-दूसरे के प्रति सभी तरह की नाराजगी और सभी प्रकार की बुरी भावनाओं को भूलकर एक साथ जुड़ जाते हैं।

रंगों की जीवंतता एक ऐसी चीज है जो हमारे जीवन में बहुत सारी सकारात्मकता लाती है और रंगों का त्योहार होली वास्तव में आनंदित करने वाला दिन है। होली के एक दिन पहले अलाव जलाकर अनुष्ठान शुरू होता है और यह प्रक्रिया बुरे पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। होली के दिन लोग अपने दोस्तों और परिवारों के साथ रंगों से खेलते हैं। 

त्योहार कोई भी हो लेकिन स्वादिष्ट डिश के बिना यह हमेशा अधूरा रहता है। और बात जब होली की हो तो ठंडाई के साथ स्नैक्स का खजाना तो बनता है। तो आइए आपकी होली को और बेहतर बनाएं इस स्वादिष्ट और आसान आलू की कचौड़ी की रेसिपी के साथ। हमने यहां हेल्दी रेसिपी दी है, इस कचौड़ी को मैदे से नहीं बल्कि आटे की मदद से बनाया है। अगर आप चाहें तो इस मैदे से बना सकते हैं।

आटे के लिए सामग्री

दो कप गेंहू का आटा

नमक स्वादानुसार

एक चम्मच अजवाइन

तीन बड़े चम्मच तेल

आधा कप पानी

आटे की विधि

इस आटे में आप नमक और अजवाइन डाल लें। इस आटे में तीन बड़े चम्मच तेल डाल कर हल्के हाथों से गूंथे। अब आप इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर अच्छे से आटे को मसलें। ध्यान रखें आटा ज्यादा पतला न हो। आटा तैयार करने के बाद आप इसे 10 मिनट के लिए ढक कर रख दें।

आलू की स्टफिंग के लिए सामग्री

एक चम्मच साबुत धनिया

4 सूखी लाल मिर्च

एक चम्मच सौंफ

एक चम्मच जीरा

चार उबले हुए आलू 

एक चम्मच बेसन

दो चम्मच तेल

हींग

आधा चम्मच लाल मिर्च

नमक स्वादानुसार

आधा चम्मच हल्दी

आधा चम्मच काला नमक

बारीक कटी हरी मिर्च

बारीक कटा हरा धनिया

बनाने की विधि

मिक्सर में एक चम्मच साबुत धनिया, 4 सूखी लाल मिर्च, एक चम्मच सौंफ और एक चम्मच जीरा डाल कर थोड़ा दरदरा सा पीस लें। 

आलू की स्टफिंग बनाने के लिए आप गैस पर एक पैन गर्म करने के लिए रख दें। इस पैन में आप दो चम्मच तेल डालें, तब तक आप आलू को अपने मैश कर लें।

तेल गरम हो जाने पर इसमें इस मिक्सर में पीसे हुए मसाले का डालें। जब यह आयल में घुल जाए आप इसमें बेसन मिलाएं और इसे पकने दें। अब आप बारीक कटी हरी मिर्च डालकर थोड़ा पकाएं और उबले हुए आलूओं को इसमें डालें।

आपका मसाला पकने लगेगा, इस बीच आप इसे और मसालेदार करने के लिए इसमें हल्दी, नमक, काला नमक और लाल मिर्च भी डालें। यह स्टफिंग काफी स्वादिष्ट नजर आने लगेगी, अब आप इसमें हरा धनिया डाल लें। आप गैस बंद करके इसे ठंडा होने के लिए रख दें। 

कचौड़ी बनाने के लिए 

कचौड़ी बनाने के लिए हल्के हाथों से आलू की स्टफिंग को ठंडा होने के बाद हल्के हाथों से उसकी छोटी-छोटी बाॅल्स बना कर रख लें।

अब एक तरफ आप आटा लें और इसके पेढ़े बनाने शुरू करें उंगलियों की सहायता से इसे बढ़ाएं। इसमें थोड़ी गहराई बनाकर स्टफिंग की बाॅल को उसमें भरें और मोदक की तरह आटे की लोई को सभी तरफ से बंद कर दें। बंद करने के बाद आप कचौड़ी को हथेली के बीचों-बीच रख कर दबाकर चपटा कर दें। बाकी की कचौड़ियों को भी इसी तरह तैयार करें।

इस प्रक्रिया के बीच कड़ाही में तेल गर्म करने के लिए रख दें। तेल गर्म होने पर इन कचौड़ियों को धीमी आंच पर तेल में तलें। इन्हें दोनों तरफ से हल्का ब्राउन होने तक तलें।

अब आप कचौड़ियों को एक प्लेट में निकाल लें। लीजिए तैयार है आपकी होली रेसिपी, हरी चटनी से साथ स्वादिष्ट कचौड़ियों का आनंद लें। 

 

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